
लीड्स टेस्ट में फैसले का दिन का है. भारत जीतेगा या इंग्लैंड… 5वें दिन के खेल में उस पर मुहर लगनी है. भारत से मिले 371 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक बिना कोई विकेट गंवाए अपनी दूसरी पारी में 21 रन बना लिए थे. अब टेस्ट मैच के आखिरी दिन उसे 350 रन बनाने हैं और उसके लिए 10 विकेट हाथ में है. ऐसे में सवाल है जीतेगा कौन? इंग्लैंड अगर इस लक्ष्य को हासिल करता है तो अपनी जमीन पर तो ये उसका दूसरा सबसे बड़ा चेज होगा ही. साथ ही ये लीड्स के मैदान पर भी होने वाला दूसरा सबसे बड़ा चेज होगा. मगर क्या इंग्लैंड के लिए सबकुछ इतना आसान रहने वाला है?
भारत-इंग्लैंड का ट्रैक रिकॉर्ड
इंग्लैंड के लिए चीजें आसान होंगी या नहीं ये उसके खुद के पिछले ट्रैक रिकॉर्ड और मौजूदा प्रदर्शन पर तो निर्भर करेगा ही, साथ ही भारत के अगले-पिछले प्रदर्शन पर भी निर्भर करेगा. मतलब साफ है कि लीड्स टेस्ट की तह तक पहुंचने से पहले दोनों टीमों के इतिहास-भूगोल को समझना जरूरी है.
350 प्लस रन डिफेंड करते हुए टीम इंडिया
टीम इंडिया की बात करें तो टेस्ट क्रिकेट में 350 या उससे ज्यादा रन को डिफेंड करते हुए उसे बस एक मैच में हार मिली है. भारत ने अब तक 59 ऐसे टेस्ट खेले हैं, जिसमें वो 350 प्लस रन डिफेंड करने उतरी है. उन 59 टेस्ट में उसने 42 जीते हैं, जबकि सिर्फ 1 में उसे हार मिली है. वहीं ऐसे 16 टेस्ट ड्रॉ रहे हैं.
अब इंग्लैंड के बैजबॉल वाले मिजाज, हाथ में बचे पूरे 10 विकेट और पूरे दिन का खेल बचे होने को देखते हुए लगता तो नहीं कि इंग्लैंड मैच को ड्रॉ कराने के इरादे से मैदान पर उतरेगा. और, अगर वो ऐसा नहीं करेगा तो फिर मैच किसी नतीजे तक तो पहुंचेगा ही. या तो भारत को 350 प्लस रन डिफेंड करते हुए 43वीं जीत मिलेगी या फिर दूसरी हार. नहीं तो बेन स्टोक्स की कप्तानी में इंग्लैंड के साथ भी कुछ ऐसी ही कहानी लिखती दिखेगी.
घर में खेले ऐसे पिछले 6 टेस्ट में सिर्फ 1 हारी इंग्लैंड
वैसे इंग्लैंड की बात करें तो घर में खेले पिछले 6 टेस्ट, जिसमें 200 प्लस टोटल उसने चेज किए हैं, बेन स्टोक्स की कप्तानी में उसमें से 5 उसने जीते हैं. मतलब सिर्फ 1 में इंग्लैंड को हार मिली है. इसी में से एक टेस्ट वो भी है, जिसमें उसने 2022 में बर्मिंघम टेस्ट में भारत के खिलाफ 378 रन चेज किए थे, जो कि अपने घर में उसका सबसे बड़ा सफल चेज भी है.
क्या कहता है लीड्स के 126 सालों का इतिहास?
बहरहाल, इस बार लक्ष्य 371 रन का है. लीड्स के मैदान के 126 सालों का इतिहास देखें तो वहां पर अब तक सिर्फ 2 बार ही 350 प्लस टारगेट चेज हुआ है. ऐसा पहली बार 1948 में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ ही किया था, जब उसने 404 रन बना दिए थे. और फिर 2019 में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 359 रन चेज किए थे. तो क्या इंग्लैंड एक और बार लीड्स के रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा पाएगा?
भारतीय गेंदबाजों का रोल अहम
ओवरऑल देखा जाए तो पलड़ा भारत के पक्ष में झुका दिख रहा है. लेकिन, फिर जैसे ही नजर भारतीय गेंदबाजी पर जाती है तो इंग्लैंड का ग्राफ भारत पर हावी दिखने लगता है. ऐसा इसलिए क्योंकि 2023 से 2025 तक भारतीय गेंदबाज 3 बार 450 प्लस रन SENA देशों में खेले टेस्ट में दे चुके हैं. जबकि यही आंकड़ा 2016 से 2022 के बीच शून्य था. मतलब तब एक बार भी भारतीय गेंदबाजों ने 450 प्लस रन नहीं लुटाए थे. साफ है कि लीड्स में भारत की जीत और हार में उसके गेंदबाजों की भूमिका अहम रहने वाली है.
source https://www.tv9hindi.com/sports/cricket-news/ind-vs-eng-leeds-test-india-and-england-chances-to-win-and-record-3357318.html