
आईपीएल 2025 में सिर्फ 14 साल की उम्र में डेब्यू, फिर 35 गेंदों में शतक और लंबे-लंबे छक्के जमाकर वैभव सूर्यवंशी पहले ही सुपरस्टार बन चुके हैं. फिर भी अगर किसी को इस उभरते हुए बल्लेबाज की काबिलियत पर शक था, अगर किसी के मन में ये सवाल था कि भारत से बाहर वो क्या कर पाएंगे, तो उसका जवाब भी सूर्यवंशी ने दे दिया है. इस छोटी उम्र लेकिन बड़े दिल वाले बल्लेबाज ने इंग्लैंड में भी आईपीएल की ही तरह चौके-छक्कों की बारिश कर शतक जमा दिया है. ऐसे में वैभव से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी फैंस को चाहिए, फिर चाहे वो उनके पास बैट की संख्या हो या उनके बैट के वजन की बात हो. इसका भी जवाब आपके लिए तैयार है.
इंग्लैंड के वूस्टर में शनिवार 5 जुलाई को जब वैभव सूर्यवंशी ने इंडिया अंडर-19 की ओर से खेलते हुए इंग्लैंड की टीम के खिलाफ यूथ वनडे मैच में शतक जमाया, तो एक बार फिर नया रिकॉर्ड बन गया. सिर्फ 52 गेंदों में वैभव ने ये शतक जमा दिया और यूथ वनडे क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज सेंचुरी का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. स्टार भारतीय बल्लेबाज ने रिकॉर्ड तोड़ा भी तो एक पाकिस्तानी खिलाड़ी का. ये रिकॉर्ड अब तक था पाकिस्तानी बल्लेबाज कामरान गुलाम के नाम, जिन्होंने 2013 में 53 गेंदों में शतक जमाया था.
कितना है वैभव के बैट का वजन?
अब सवाल ये है कि जिस बल्ले से 14 साल के वैभव ने ये विस्फोटक और रिकॉर्डतोड़ शतक लगाया, उसका वजन कितना है? इसका जवाब दिया वैभव को क्रिकेट का ‘क,ख,ग…’ सिखाने वाले उनके बचपन के कोच मनीष ओझा ने. टीवी9 हिंदी से एक्सक्लूसिव बातचीत में कोच मनीष ने वैभव के बैट को लेकर खुलासा किया. कोच मनीष ने बताया कि वैभव SS कंपनी के जिस बैट का इस्तेमाल करते हैं, उसका वजन 1120 ग्राम से 1150 ग्राम के बीच रहता है. एक बल्लेबाज के लिए बैट का वजन बहुत अहम होता है, इसलिए वैभव भी अपने बैट को एक खास वजन के दायरे में ही रखते हैं, ताकि वो उसे सही से कंट्रोल कर सकें, किसी तरह की चोट न लगे और स्ट्रोक्स भी अच्छे से लगें.
एक साथ इतने बल्ले लेकर चले इंग्लैंड
अब कोई भी बल्लेबाज हो तो उसके लिए सबसे कीमती सामान उसका बैट ही होता है. ऐसे में किसी भी सीरीज और खास तौर पर किसी विदेशी दौरे पर हर बल्लेबाज ज्यादा से ज्यादा बैट रखने की कोशिश करता है. फिर भी किसी इंटरनेशनल लेवल के सीनियर बल्लेबाज भी एक वक्त में 10-12 बैट से ज्यादा आम तौर पर नहीं रखते. मगर कोच मनीष बताते हैं कि सिर्फ 14 साल के वैभव तो एक वक्त पर अपने साथ 14 बैट लेकर चलते हैं और इंग्लैंड भी वो इतने ही बल्ले लेकर गए हैं. अब ये सोचकर तो कोई भी हैरान हो जाएगा कि एक साथ इतने सारे बैट का आखिर वैभव करेंगे क्या? मगर वैभव पहली बार इंग्लैंड के दौरे पर हैं और अगले कुछ हफ्ते वहां और बिताने हैं. ऐसे में अगर वो कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते तो हैरानी की बात नहीं है.
source https://www.tv9hindi.com/sports/cricket-news/vaibhav-suryavanshi-century-in-52-balls-bat-weight-carrying-14-bats-in-england-ind-vs-eng-u19-3376106.html