गठिया और जोड़ों के दर्द से पाएं छुटकारा, आज ही अपनाएं ये अचूक दवा
Cricket Loversजनवरी 24, 2022
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दुनिया भर में जोड़ों के दर्द के मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है। डॉक्टर्स द्वारा कारगर उपाय के तौर पर सर्जरी और महंगे इलाज ही दिए जाते हैं। ऐसे में हर एक व्यक्ति इतना महंगा इलाज ले नहीं पाता और कुछ लोग सर्जरी के नाम से भी घबरा जाते हैं। हड्डियों, मांसपेशियों और गठिया में होने वाले असहनीय दर्द के लिए कुछ बेहद सस्ती और आसानी से उपलब्ध होने वाली दवाइयां भी बाजार में मौजूद हैं, जिनके सेवन करने से राहत मिल जाती है।
क्या कहते हैं आंकड़े
22% से 39% भारतीय घुटनों के दर्द से पीड़ित हैं।
45% महिलाओं में 65 वर्ष की आयु के बाद घुटनों में दर्द के लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
दुनिया भर में 9.6% पुरुष और 18% महिलाओं में 60 वर्ष की आयु के बाद से ही घुटनों में दर्द के लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
WHO के मुताबिक, जहां 80 प्रतिशत लोगों को आवाजाही में दिक्कत होने लगती है। वहीं 25 प्रतिशत लोग तो अपने डेली रूटीन के काम में असमर्थ हैं।
इसके साथ ही गठिया के चलते जोड़ों में दर्द होने लगता है। हड्डियों के बीच घर्षण के कारण भी असहनीय दर्द होने लगता है। पुरुषों की तुलना में यह महिलाओं में आमतौर पर देखा जा सकता है। जोड़ों के अंदर सोडियम यूरेट के क्रिस्टल इकट्ठे होने पर यह समस्या पैदा होती है।
गठिया दर्द
इसके लक्षणों की पहचान के तौर पर जोड़ों में सूजन और लालिमा के साथ असहनीय दर्द होना पाया गया है। यह शरीर के किसी भी जोड़ में विकसित हो सकता है।
कैसे पाए इस बीमारी से मुक्ति?
अगर आपको या आपके जिसकी जानकारी को जोड़ों के दर्द से परेशानी है और आप डॉक्टर के पास जाकर थम चुके हैं, लेकिन राहत नहीं मिल रही है तो ऐसे में आपको पतांजलि की आयुर्वेदिक औषधि का सेवन करना चाहिए। इस औषधि के नाम पीड़ा+नील से ही पता चलता है कि पीड़ा को खत्म कर देने वाली दवा है। यह औषधि दर्द से राहत दिलाने में बेहद कारगर है। इस औषधि बिमारियों को ध्यान में रखकर ख़ास तत्वों के मिश्रण से बनाया गया है। इस औषधि का नियमित सेवन रोगों को जड़ से मिटा देता है। गठिया रोग या हड्डियों के टूटने या चोट लगने पर होने वाला दर्द भी नियमित सेवन से खत्म हो जाता है।
पीड़ानील गोल्ड से चोट के दर्द और स्लीप डिस्क में भी मिलता है आराम
किसी दुर्घटना में हड्डी के टूटने पर होने वाले असहनीय दर्द में और स्लिप डिस्क के दर्द में भी राहत देती है। शरीर के अंगो में सूजन आंतरिक चोट या अन्य कारणों से आ जाती है। ऐसी सूजन खुद ठीक भी हो जाती है, लेकिन कभी सूजन शरीर में बनी रहने पर पीड़ानील औषधि का सेवन कर सकते हैं। सर्वाइकल पेन में व्यायाम और योग के बाद भी आराम नहीं मिल रहा है, तो भी आप पीड़ानील गोल्ड औषधि का सेवन कर सकते हैं।
पीड़ानील में मौजूदा सामग्री:
पुनर्नवादि मंडूर
शुद्ध गुग्गुल
आमवातारी रस
मुक्ता शुक्ति भस्म
महावात विद्वंस रस
वृहत वात चिंतामणी रस
कैसे करें सेवन:
2 गोली दिन में 2 बार भोजन के बाद गुनगुने पानी के साथ या चिकित्सक के निर्देशानुसार लें।