
तीन साल के अंदर चौथा फाइनल. दो हारे, एक जीता और अब चौथे के नतीजे का इंतजार. ये सिर्फ फाइनल का इंतजार नहीं है, 8 महीने के अंदर दूसरी ट्रॉफी भारतीय टीम की झोली में आने की बेकरारी नहीं है, बल्कि ये फाइनल एक बेचैनी का बांध भी बन गया है, जो 9 मार्च को टूटेगा और फिर भावनाओं का एक बड़ा सैलाब आएगा. टीम इंडिया ये खिताब जीतेगी, इसकी उम्मीद और आत्मविश्वास हर किसी को है. टीम इंडिया ये फाइनल हारेगी, इसका थोड़ा सा डर भी सबके मन में है. मगर इतना तय है कि 9 मार्च की शाम भारतीय फैंस जज्बातों के इस समंदर में गोते लगा रहे होंगे और इसकी वजह सिर्फ हार या जीत नहीं होगी.
कई दिनों के इंतजार के बाद आखिर वो मुकाबला आ ही गया, जिसे लेकर पहले से ही अंदाजा लगाया जा रहा था कि इसमें एक टीम तो रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारत की ही होगी. दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में रविवार 9 मार्च को भारत और न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल खेला जाएगा. ये फाइनल उस मुकाबले का नया संस्करण है, जो करीब 25 साल पहले नैरोबी में खेला गया था. तब इस टूर्नामेंट का नाम आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी होता था और खिताबी मुकाबले में न्यूजीलैंड ने भारत को हराकर अपना पहला और इकलौता लिमिटेड ओवर आईसीसी टूर्नामेंट जीता था.
हार से भी बड़ा भारतीय फैंस का ये डर
इस बार कहानी शायद अलग हो सकती है. खिताब की दावेदारी में इस बार टीम इंडिया ज्यादा मजबूत और आगे नजर आती है. मगर 25 साल पहले खेले गए उस फाइनल की तुलना में इस बार कहानी थोड़ी अलग है और इस फाइनल की अहमियत एक ट्रॉफी से ज्यादा है. पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ने खिताब जीतकर 11 साल लंबा इंतजार खत्म किया था. अब रोहित शर्मा की टीम के पास लगातार दूसरा खिताब जीतने का मौका है. मगर बारबाडोस में 29 जून को हुए फाइनल के साथ सिर्फ इंतजार खत्म नहीं हुआ था, बल्कि कुछ महान करियर भी खत्म हुए थे और बस वही एक कहानी रविवार को दुबई में भी दोहराए जाने का डर भारतीय फैंस को जता रहा है.
टीम इंडिया फाइनल जीतेगी तो फैंस खुश होंगे. ये खुशी शायद टी20 वर्ल्ड कप के खिताब जितनी न हो. टीम इंडिया अगर हारी तो फैंस दुखी होंगे. ये गम निश्चित रूप से 19 नवंबर 2023 जितना गहरा नहीं होगा. इन सबसे अलग, अगर दुबई से आ रही खबरों में जरा भी सच्चाई है तो फाइनल के नतीजे से इतर ये शाम भारतीय फैंस को तोड़कर रख देगी. दावे किये जा रहे हैं कि इस फाइनल का जो भी नतीजा हो, कप्तान रोहित शर्मा का टीम इंडिया की नीली जर्सी में ये आखिरी मुकाबला होगा. ये एक ऐसा कड़वा सच है, जिसे अनदेखा करने की और टालने की जितनी भी कोशिश की जाए, मगर ये होकर ही रहेगा और अपनी आंखों से सबकुछ देखने के बावजूद भी फैंस इसके लिए तैयार नहीं हैं.
न्यूजीलैंड कहीं रोहित-विराट को मजबूर न कर दे
रोहित इस फाइनल के बाद अपने संन्यास का ऐलान करते हैं या नहीं, ये फाइनल के बाद ही पता चलेगा लेकिन ये उनका आखिरी मुकाबला होगा, ये होना लगभग तय है और फैंस को निराश करने के लिए ये काफी है. मगर ये निराशा और भी बढ़ सकती है, अगर टी20 वर्ल्ड कप फाइनल की तरह ही रोहित के साथ विराट कोहली भी कुछ ऐसा ऐलान करते हैं. अभी तक ऐसा होने की संभावना तो कम ही दिखती है, मगर फैंस के मन में इस बात की कुछ प्रतिशत आशंका बैठी ही हुई है.
ख्वाहिश तो दोनों दिग्गजों की यही है कि वो आगे भी कुछ और साल खेलें. 2027 का वर्ल्ड कप जीतकर विदा लेने का सपना अभी भी रोहित और विराट की आंखों में है लेकिन हर सपना कहां सच होता है. रोहित का ये सपना टूटने के ज्यादा करीब है, जबकि विराट अभी भी इसे पूरा करने के ज्यादा करीब हैं. मगर न्यूजीलैंड के हाथों अगर एक बार फिर इन दोनों दिग्गजों का दिल टूटता है तो फैंस को भी अपने आंसू बहाने के लिए तैयार होना पड़ सकता है. जो भी होगा, पर्दा रविवार की शाम हट ही जाएगा.
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