दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में टीम इंडिया (Team India) के सीनियर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) फ्लॉप साबित हुए जिसके बाद उनकी जमकर आलोचना की जा रही है। अब सबकी मांग है कि सीमित ओवर के प्रारूप में उस खिलाड़ी को मौका देना चाहिए जो लम्बे समय से टीम से बाहर चल रहा है और खिलाड़ी का नाम है यंग स्पिनर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) ।
पूर्व कोच ने बताया था नंबर वन स्पिनर
तीसरे वनडे मैच में रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) को आराम देते हुए उनकी जगह टीम में जयंत यादव को मौका दिया लेकिन वो भी कुछ खास कमाल नहीं कर पाए। 2018 के अफ्रीका दौरे पर वनडे सीरीज में 'कुलचा' (कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल) का दबदबा था, जिसकी चर्चा कमेंट्री के दौरान भी हुई थी। 2018 के दौरे पर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) ने कुल 17 विकेट हासिल किये थे लेकिन 2019 विश्व कप के बाद से कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) टीम इंडिया में ज्यादा नजर नहीं आए। आखिरी बार वो पिछले साल श्रीलंका दौरे पर नजर आए थे लेकिन इसके बाद से लेकर अब तक चयनकर्ता उनके नाम पर विचार तक नहीं कर रहे हैं।
वहीं, पूर्व कोच रवि शास्त्री ने उन्हें 2019 में विदेशी हालात में भारत का नंबर 1 स्पिनर भी बताया था।इसके साथ ही कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) अब तक 65 वनडे मुकाबले खेल चुके हैं और इस दौरान उन्होंने कुल 107 विकेट भी हासिल किये हैं। गौर करने वाली बात यह है जब एमएस धोनी भारत के लिए खेल रहे थे तब तक कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) का प्रदर्शन भी अच्छा था लेकिन जैसे ही धोनी ने संन्यास लिया, उसके बाद से कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) के प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली है।
उन्होंने खुद इस बात को स्वीकार भी किया था कि धोनी विकेट के पीछे से उनका काम आसान कर देते थे। ऐसे में एक कारण यह भी हो सकता है कि विकेट के पीछे से कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को मार्गदर्शन नहीं मिल रहा है, जिसकी वजह से वो विकेट नहीं निकाल पा रहे हैं और टीम इंडिया से बाहर भी चल रहे हैं।
कुलदीप के वापसी की हो रही है मांग
गौरतलब है कि इस समय कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को वापस बुलाने की मांग खड़ी हो गई है। सोशल मीडिया पर 'कुलदीप वापस लाओ' ट्रेंड करने लगा है। फैंस उन्हें वापस बुलाने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) के पास भी एक सुनहरा मौका है कि वो अपने आलोचकों को करारा जवाब भी दें। वहीं, वो आईपीएल 2021 के दूसरे पार्ट से ही क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं क्योंकि सितम्बर में उन्होंने अपने घुटने की सर्जरी कराई थी और फिलहाल कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) एनसीए में रिहैबिलिटेशन से गुजर रहे रहे हैं।
उनके पास एक मौका भी है क्योंकि बहुत जल्द भारत वेस्टइंडीज सीरीज के लिए वनडे टीम की घोषणा की जा सकती है। ऐसे में अगर वो फिटनेस टेस्ट पास कर लेते हैं तो उनके लिए टीम में जगह बनाने का अच्छा मौका हो सकता है। वहीं, उन्हें रणजी ट्रॉफी के लिए उत्तर प्रदेश टीम का कप्तान भी नियुक्त किया गया था लेकिन कोरोना की वजह से इसे रद्द कर दिया गया है।
अश्विन ने किया खराब प्रदर्शन
आपको बता दें कि कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) टेस्ट क्रिकेट में भी अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए हैं और इसके पीछे की वजह हैं, रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) और रवींद्र जडेजा, जो टेस्ट टीम में खूंटा गाड़कर बैठे हैं लेकिन अभी हाल ही में टेस्ट सीरीज में भी रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा जबकि वनडे सीरीज के दो मैचों में उन्होंने सिर्फ 1 विकेट ही हासिल किये हैं। उन्होंने 84 टेस्ट में 24.38 के औसत, 2.77 की इकॉनमी और 52.7 के स्ट्राइक रेट से 430 विकेट हासिल किये हैं और वो अब तक 30 बार पांच विकेट भी चटका चुके हैं।